यूपी समेत पूरे देश में दलितों का हो रहा उत्पीडऩ, आरक्षण किया जा रहा खत्म
कमल जयन्त
लखनऊ। डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष भवननाथ पासवान ने कहा कि इस देश में जबतक दलितों, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समाज को उनका संवैधानिक अधिकार नहीं मिल जाता तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने बताया कि नौ नवंबर को बाराबंकी में हुए संगठन के राष्ट्रीय अधिवेशन में निर्णय लिया गया कि देश में और खासतौर पर उत्तर प्रदेश में लगातार दलित उत्पीडऩ की घटनाएं बढ़ रहीं हैं।

इसके खिलाफ एक बड़ा आंदोलन चलाने पर चर्चा हुई। जिस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष पासवान ने कहा कि उनका संगठन दिसंबर के पहले हफ्ते से दलित उत्पीडऩ और संविधान में प्रदत्त उनके अधिकार उन्हें दिलाने के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करेगा। इस आंदोलन कार्यक्रम के तहत सभी जिलों में लोकतांत्रिक तरीके से समाज में व्याप्त परेशानी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इसकी शुरुआत राज्य की राजधानी लखनऊ से की जाएगी। इसके साथ ही बहुजन समाज के लोगों में अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए जिलावार सेमिनार व सम्मेलन भी आयोजित किये जाएंगे। पासवान ने बताया कि लखनऊ में एक दलित समाज के बुजुगर्ï से मंदिर में पेशाब चटवाया गया।वहां तैनात दलित रसोइया से शौचालय साफ कराने का घृणित कार्य कराया गया, लेकिन इन सभी मामलों में सरकार ने अबतक कोई ऐसी कार्रवाई नहीं की है।

जिससे इस तरह का दलित विरोधी कृत्य करने वालों के हौसले न बढ़ें और वे या कोई भी इस तरह का घृणित व अमनावीय कृत्य करने की हिमाकत न कर सके। इसी तरह प्राइमरी स्कूलों में आरक्षित कोटे नियुक्त हुए दलित व पिछड़ा वर्ग के अठारह हजार अभ्यर्थियों को अभीतक नियुक्त नहीं किया गया है और वे तीन साल से आंदोलन कर रहे हैं। इन्हीं मुद्दों को लेकर डॉ. अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच अगले माह से देशव्यापी आंदोलन शुरू करेगा।