कानपुर। कानपुर की एक बड़ी पहचान वहां बह रही पवित्र नदी गंगा से भी है। लेकिन कानपुर देहात के शिक्षा विभाग में लंबे समय से उलटी गंगा बह रही है। बीएसए विभाग में कोई नियम-कानून न होने की वजह से भ्रष्ट और सत्ता के गलियारे में पहुंच रखने वाले शिक्षक विभाग के नियम को दरकिनार करके अपनी मनमानी चला रहे हैं और बीएसए कानपुर देहात व खंड शिक्षा अधिकारी ऐसे शिक्षक-शिक्षिकाओं की हां में हां मिला रहे हैं।
स्थानांतरित प्रीती शर्मा के विद्यालय में कार्यभार न लेने पर उनके खिलाफ कार्रवाई से डर रहे अधिकारी
खंड शिक्षा अधिकारी सरवनखेड़ा ने तो ऊंची पहुंच रखने वाली एक शिक्षिका के पक्ष में विभागीय नियमों के विपरीत एक पत्र भी जारी कर दिया। दरअसल कानपुर देहात के सरवनखेड़ा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय करसा में तैनात रहीं प्रधानाध्यापिका प्रीती शर्मा को पहले बीएसए समेत कई अधिकारियों को विद्यालय का कार्यभार दिलाने में नाकों चने चबाने पड़े और सारे अधिकारी नाकाम रहे। सीडीओ कानपुर देहात की पहल का नतीजा भी सिफर रहा। अब जबकि प्रीती शर्मा निलंबन के चार महीने बाद बहाल हुईं, तो उन्हें पदास्थापित विद्यालय में ज्वाइन कराने में नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं। बीएसए से लेकर खंड शिक्षा अधिकारी सरवन खेड़ा प्रीती शर्मा पर पदास्थापित विद्यालय जिगनीपुरवा में प्रीती शर्मा को ज्वाइन कराने में खुद को असमर्थ पा रहे हैं तो इन्होंने जिगनीपुरवा की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका को निर्देश दे दिये कि वह दो दिन के अंदर हर हाल में प्रीती शर्मा को विद्यालय में ज्वाइन कराये।
विद्यालय में कार्यभार ग्रहण कराने की जिम्मेदारी इंचार्ज हेडमास्टर पर डाली
अब सवाल ये उठता है कि क्या शिक्षा विभाग में कोई ऐसा नियम है कि स्थानांतरित होकर आने वाला शिक्षक यदि खुद विद्यालय में कार्यभार ग्रहण नहीं करता है तो संबंधित प्रधानाध्यापिका की जिम्मेदारी बनती है कि वह उस शिक्षक को घर से बुलाकर लाये और विद्यालय में कार्यंभार ग्रहण कराये। यह अपने आप में पहला ऐसा मामला है, जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी सरवन खेड़ा ने कार्यभार ग्रहण नहीं कर रही प्रधानाध्यापिका के खिलाफ तो कोई पत्र जारी नहीं किया बल्कि विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका को पत्र जारी करके निर्देश दे दिये कि दो दिन के अंदर प्रधानाध्यापिका को अपने विद्यालय में कार्यभार ग्रहण कराना सुनिश्चित करें।
अब देखना यह है कि बीएसए या खंड शिक्षा अधिकारी विद्यालय में कार्यभार ग्रहण न करके उनके आदेशों की अवहेलना करने वाली प्रीती शर्मा के खिलाफ कोई सख्त या दण्डात्मक कार्रवाई करेंगे या जिगनीपुरवा की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका को प्रीती शर्मा को घर से बुलाकर कार्यभार ग्रहण न करा पाने का दोषी मानते हुए उन्हें एक और चेतावनी पत्र जारी करेंगे।